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नीतीश कुमार का साथ पाने के बाद तेजस्वी यादव भाजपा पर ज्यादा मुखर हो गए हैं अब माना जा रहा है कि सीबीआई के निशाने पर लालू प्रसाद से ज्यादा तेजस्वी आने वाले हैं राजद के प्रदेश कोषाध्यक्ष सुशील कुमार सिंह ने 1 दिन पहले कहा था कि अब निशाने पर लालू प्रसाद यादव नहीं तेजस्वी यादव है चुनौती देते हुए कहा कि उन लोगों के हाथ कुछ भी नहीं आने वाला है सीबीआई पर छवि करने आरोप लगाया है।
दरअसल सुनील कुमार सिंह, अशफाक करीम, फैयाज अहमद और सुबोध राय के आवास पर छापेमारी की गई उस दिन नई सरकार का फ्लोर टेस्ट विधानसभा में था इससे आशंका हुई थी नई सरकार की छवि खराब करने के लिए यह सब किया जा रहा है, राजद का आरोप है कि सीबीआई जैसी एजेंसी का राजनीति में इस्तेमाल केंद्र की भाजपा सरकार कर रही है भाजपा को बिहार में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने मिलकर सत्ता से बाहर कर विपक्षी बना दिया है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जो ऐसा काम कर रही हैं उनको अपना काम करना चाहिए लेकिन बिहार की राजनीति आरोप-प्रत्यारोप में उलझ रही है इससे राज्य का विकास प्रभावित हो रहा है इस तरह की राजनीति से राज्य और देश का भला नहीं हो सकता राजनीति मुद्दे से भटक रही है।
वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी सरकार बनने से पहले कहते रहे कि नीतीश कुमार भाजपा को छोड़कर राज्य के साथ नहीं आएंगे क्योंकि उन्हें डर है कि भाजपा सीबीआई की कार्रवाई करा सकती है अब जब नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने भाजपा को हटाकर अपनी सरकार बनानी है तो यह साफ है कि अब दोनों नेताओं ने आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया है भाजपा भी नहीं रुकने वाली है बिहार में पावर बार तेज है सीबीआई की कार्रवाई का जवाब तेजस्वी प्रेस कॉन्फ्रेंस से तो दे रहे हैं साथ ही युवाओं को नौकरी भी देंगे इसकी तैयारी भी तेज है।