Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायत में फसलों की उत्पादक क्षमता बढ़ाने को लेकर किसानों के खेतों की मिट्टी जांच कृषि विभाग के द्वारा किया जा रहा है, जो आगामी 5 में तक मई तक निरंतर चलेगा, प्रत्येक पंचायत से 70 किसानों के खेतों से मिट्टी का नमूना लेना है, मौके पर ही ऐप के माध्यम से किसानों का पूरा विवरण भरने का कार्य किया जा रहा है।
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जानकारी देते हुए प्रखंड तकनीकी प्रबंधक संदीप कुमार मौर्या ने बताया कैमूर में धान और गेहूं की फसल का पैटर्न है, उस आधार पर किसानों के मिट्टी की जांच प्रत्येक वर्ष कि जाती है, उसके बाद मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराया जाता है, वर्तमान समय में कृषि विभाग के निर्देश पर प्रत्येक राजस्व गांव से पांच किसानों के खेतों की मिट्टी का नमूना लिया जा रहा है और मौके पर ही ऐप के माध्यम से सभी प्रक्रिया पूरी करते हुए किसान की फोटो के साथ सबमिट किया जा रहा है।
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मिट्टी जांच का मुख्य उद्देश्य है, मिट्टी में किस उर्वरक की मात्रा कम या ज्यादा है उसकी पहचान करना है, मिट्टी का नमूना लेने के बाद उसे लैब में भेजा जाता है मिट्टी में किस उर्वरक की कमी है उसका पुरा विवरण मृदा स्वास्थ्य कार्ड में किसान को दिया जाता है उसमें अंकित होता है की किस उर्वरक का कितने मात्रा में उपयोग करने पर अच्छी पैदावार होगी, सभी 16 ग्राम पंचायत एवं एक नगर पंचायत मिलकर 17 पंचायत से अबतक 179 किसानों से उनके खेतों के मिट्टी का नमूना लिया गया है।
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