Homeरामपुरउत्क्रमित मध्य विद्यालय बहेरी में निरीक्षण के दौरान पाई गई घोर अनियमितता

उत्क्रमित मध्य विद्यालय बहेरी में निरीक्षण के दौरान पाई गई घोर अनियमितता

Bihar: कैमूर जिले के रामपुर प्रखंड क्षेत्र के सबार पंचायत अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय बहेरी में गुरुवार को प्रखंड प्रमुख भूरा सिंह यादव और बीपीआरओ द्वारा ग्रामीणों की शिकायत पर विद्यालय का निरीक्षण किया गया जहां जांच के दौरान घोर अनियमितता पाई गई, विद्यालय में रसोईघर और बर्तन की साफ-सफाई बिल्कुल नहीं थी सबसे बड़ा चौंकाने वाला मामला तो यह था कि एमडीएम के भोजन खाने के लिए बच्चे घर से थाली लेकर आए थे हेड मास्टर की लापरवाही से कई बच्चे भोजन बनाने वाले डग के ढक्कन में खाना खा रहे थे इस दौरान एक साथ 5 से 7 बच्चों को एक ही ढक्कन में भोजन करते देखा गया जिसके बाद स्कूल की व्यवस्था पर सवाल खड़ा होने लगा है।

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एक ही ढक्कन में कई बच्चों के खाने से बीमारियां फैल सकती हैं क्योंकि अगर कोई एक बच्चा बीमार रहा तो उस बच्चे के संपर्क में दस्ते बच्चे आ जाएंगे और वह बीमार हो जाएंगे, प्रखंड प्रमुख भूरा सिंह यादव ने बताया कि लगातार ग्रामीणों से मिल रही शिकायत को देखते हुए वह विद्यालय की जांच के लिए गए थे गुरुवार को विद्यालय की स्थिति देखने पहुंचे जहां उन्होंने देखा कि विद्यालय कैंपस में उपस्थित पंजी पर हस्तक्षर बनाने को लेकर शिक्षक-शिक्षिका बहस कर रही थी कार्यालय में एक भी कुर्सी नहीं थी कार्यालय गोदाम जैसा लग रहा था उपस्थिति पंजी देखा गया जिसमें शिक्षक उपस्थित है लेकिन एक शिक्षक एक दिन का पहले का भी हस्ताक्षर बनाए हुए थे।

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विद्यालय में एमडीएम बनाने के लिए एक भी बर्तन नहीं है जो बर्तन है वह भी टूटा हुआ है और कई वर्ष पुराना है इसी में रसोइयों के द्वारा खाना पकाया जा रहा है देखने में इतना गंदा था कि इसमें कोई भोजन नहीं कर सकता, विद्यालय में साढ़े तीन सौ से अधिक बच्चे नामांकित है जिसमें ढाई सौ से अधिक बच्चे तो विद्यालय में हर रोज आते हैं लेकिन दुर्भाग्य ऐसा है कि खाने के लिए एक भी प्लेट नहीं है घर से वह अपने लिए बर्तन लेकर आते हैं, हद तब हो गयी जब टिफिन के समय बच्चे खाना बनाने वाला वर्तन के ढक्कन को लेकर जब खाना खाने बैठे तो एक ढकन में आठ से दस को सख्या में खाना खा रहे थे, यह विद्यालय बिहार का पहला विधलाय है जिस विधालय में ढकन में एक साथ आठ से दस की संख्या में खाना खा रहे है लेकिन विभाग का इससे कोई लेना देना नही है विभाग के लोग लापरवाह है।

कक्षा आठवी के दर्जनों छात्र छात्रा ने बताया कि हमलोग गंदगी व थाली नही होने के कारण कक्षा छठवीं से लेकर आठवीं तक विद्यालय में बना एमडीएम नही खाते है क्योकि जो खाना बनता है वह घटिया किस्म का बनता है और गंदगी से बनता है, बच्चियों ने बताया कि जब बारिश होती है तो कैम्पस में पानी कही कही जमा हो जाता है उसी पानी मे रसोइया वर्तन साफ कर लेती है, सभी छात्रों ने प्रधान शिक्षक पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि विधलाय में खेलने के लिए फुटबाल रखा गया है लेकिन मांगने पर डाट कर भगा दिया जाता है, आज तक इस विद्यालय में अंडा नही बना है इसके बदले में फल मिलता है वह भी पूरी तरह से सड़ा हुआ रहता है।

उत्क्रमित मध्य विद्यालय बहेरी के जब रसोई घर में पहुचकर देखा गया तो मनरेगा के द्वारा लगाया गए पौधा की सुरक्षा हेतु गैवियन को लाकर रखा गया था उसी से खाना बनाया जा रहा था जब रसोईया से पूछा गया तो बताया गया कि हमलोग को जो मिलेगा उसी से न खाना बनाएंगे, इस संबंध में बीपीआरओ दिव्य शक्ति ने बताया कि विघालय की जांच में कई कमियां मिली है एमडीएम में अनियमितता व विधालय अव्यवस्थित ढंग से संचालन हो रहा था।

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