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पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्र ने बताया कि सदर एसडीओ व सदर डीएसपी श्री राज ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की है, प्रारंभिक जांच के दौरान पता चला रहा है कि उक्त बंदी पिछले कुछ दिनों से परेशान रहता था इस बिंदु पर पुलिस जांच कर रही है, जेल अधीक्षक विदु कुमार ने बताया है कि 2016 में भोला पर अपने ही गांव के जितेन्द्र यादव की पीट-पीटकर हत्या कर शव को बोरा में कसने का आरोप लगा था मामले में कुचायकोट थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी 2018 में इस हत्याकांड में गोपालगंज न्यायालय के द्वारा उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी सजा होने के बाद उसे तीन अप्रैल 2019 को मंडल कारा गोपालगंज से केंद्रीय कारा मोतिहारी लाया गया था।
सदर अस्पताल में बनाए गए कैदी वार्ड में कुल छह बंदी थे बंदियों की सुरक्षा के लिए एक जमादार व चार जवानों की तैनाती है इस बीच बंदी वार्ड से निकला और आत्महत्या कर ली इस घटना के बाद पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ खड़े हुए हैं, एसपी की ओर से जारी निर्देश के आलोक में सदर डीएसपी मामले की जांच कर रहे है, भाई सलमान ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाया कि कारा प्रशासन की ओर से लापरवाही की गई है, दो दिन पूर्व मैंने अपने भाई से बात की थी उस दिन वह बीमार नहीं था इस बीच अचानक क्या हुआ कोई सूचना नहीं मिली अचानक से जेल प्रशासन ने सूचना दी कि मेरे भाई की मौत हो गई है।