Bihar, कैमूर: भभुआ प्रखंड के सैदरा खुर्द गांव के पास बहने वाली कोहिरा नदी पर आजादी के 78 वर्ष बाद भी पुल का निर्माण नहीं होने से नाराज़ ग्रामीणों ने इस बार वोट बहिष्कार की तैयारी कर ली थी। सूचना मिलते ही प्रशासन मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों की समस्या को समझते हुए मामला शांत कराया।
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ग्रामीणों का कहना है कि कोहिरा नदी पहाड़ी इलाका होने के कारण बारिश में उफान पर रहती है। नदी की दुसरी ओर बच्चों के स्कूल, खेत है जिस कारण लोग रोज़ाना नदी पार करने को मजबूर हैं। बरसात के दिनों में स्थिति और भयावह हो जाती है—खेत बर्बाद होते हैं, बच्चों की पढ़ाई रुक जाती है और हर साल नदी पार करते समय एक-दो बच्चों की मौत तक हो जाती है।
गांव के गणेश बिंद, विजय बिंद, वीरेंद्र राम, शिवपूजन बिंद, फूलेंदर बिंद, बुचून शाह, राजा बिंद आदि ने बताया कि वर्षों से पुल निर्माण की मांग की जा रही है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। मजबूरी में ग्रामीण दूसरे रास्ते से 15 किलोमीटर घूमकर खेत तक पहुंचते हैं।
गांव वालों ने स्थिति से तंग आकर इस वर्ष वोट बहिष्कार करने की सूचना बीडीओ व सीओ को लिखित आवेदन के माध्यम से दी थी। आवेदन मिलते ही भभुआ बीडीओ, सीओ और थानाध्यक्ष गांव पहुंचे। ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं विस्तार से बताईं।
बीडीओ ने आश्वासन दिया कि छह माह के भीतर पुल निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। आश्वासन के बाद ग्रामीण मतदान के लिए तैयार हो गए।



