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दिए गए आवेदन में मोहनिया थाना क्षेत्र के मन्नू यादव ने लिखा है कि पत्नी के प्रसव के दौरान इनके द्वारा संवेदनहीनता का परिचय दिया गया जिस कारण पत्नी तारा देवी की बच्चेदानी क्षतिग्रस्त हो गई और वाराणसी के अस्पताल में जीवन और मौत से जूझ रही है।
दरअसल बीते 9 जनवरी को प्रसव पीड़ा के बाद उनकी पत्नी को अनुमंडल अस्पताल मोहनिया में भर्ती कराया गया था जहां तैनात महिला स्वास्थ्य कर्मी ने उसके पेट पर अपने पैर से इतना दबाव दिया कि बच्चेदानी क्षतिग्रस्त हो गई और बच्चा पैदा होने के बाद काफी रक्तस्राव होने लगा स्थिति बिगड़ते देख अगले दिन आनन-फानन में पिछले दरवाजे से उसे बेहतर इलाज के रेफर कर दिया गया, आरोप है कि जब इलाज में लापरवाही नहीं हुई तो पिछले दरवाजे से प्रसूता को क्यों निकाला गया।
वाराणसी के अस्पताल में पीड़ित तारा देवी को भर्ती कराया गया है जहां इलाज में करीब 2 लाख खर्च हो गए हैं इसके बाद भी स्थिति गंभीर बनी हुई है मन्नू यादव ने कैमूर सिविल सर्जन को आवेदन देते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है।