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गिरफ्तार किए गए लोगों में भोजपुर जिला के नारायणपुर मेहंदी चक गांव के अमृत सत्यम, नारायणपुर गांव के राधेश्याम कुमार, बलिहारी थाना के चरपोखरी गांव के चंदन कुमार उर्फ मित्तल व अरवल जिला के आदित्य कुमार उर्फ रवि शामिल है, रवि कांटी में एनटीपीसी में ए सी ऑपरेटर है वह चिकित्सक सुरेश प्रसाद सिंह के संत नगर स्थित मकान में किराए में रह रहा था, उसने और अमृत सत्यम ने फिरौती वसूलने के लिए विवेक के अपहरण की साजिश रची थी।
पुलिस ने घटना में प्रयुक्त स्कॉर्पियो व 3 मोबाइल को जब्त कर लिया है, बताया जा रहा है कि आदित्य कुमार ,अमृत सत्यम पढ़ाई के दिनों के साथ ही थे, रवि ने बैंक से डेढ़ लाख कर्ज लिया था उसे चुका नहीं पा रहा था जिसके बाद उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर फिरौती वसूलने के लिए विवेक के अपहरण की साजिश रची और इसमें राधेश्याम और चंदन को भी शामिल कर लिया।
अपहरण की घटना को अंजाम देने के लिए सत्यम तीन बार कांटी आकर रेकी कर चुका था रवि ने झांसा देने के लिए अपनी शादी तय होने की खुशी में कांटी के एक स्वीट हाउस में विवेक के लिए पार्टी रखी थी, इसी पार्टी में शामिल होने के लिए शाम लगभग 4.30 बजे विवेक जब कांटी बाजार जा रहा था तो सभी ने मिलकर उसका अपहरण कर लिया। अपहरण करने के बाद विवेक शोर नहीं मचाए इसलिए उसे बेहोशी की सूई दे दी हालांकि उनके द्वारा कोई मारपीट नहीं की गई, इसके बाद वीपीएन, वाट्सएप व गूगल एप के माध्यम से डा. सुरेश प्रसाद सिंह के मोबाइल पर काल कर विवेक के अपहरण किए जाने व मुक्त करने के लिए 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी।
अपहरण किए जाने वाले घटनास्थल के सीसी कैमरे को खंगाला गया तो फुटेज में एक उजले रंग की स्कार्पियो दिखाई दी, सीसी कैमरे की खराब फुटेज के कारण स्कार्पियो का नंबर स्पष्ट नहीं हुआ, इसे स्पष्ट करने के लिए जिले के सभी टोल प्लाजा के सीसी कैमरे की फुटेज को खंगाला गया, सरैया टोल प्लाजा के सीसी कैमरे की फुटेज से स्कार्पियो की पहचान हो गई, शुक्रवार की रात लगभग 12 बजे रात में पुलिस की विशेष टीम भोजपुर के स्कार्पियो मालिक के यहां पहुंच गई, स्कार्पियो के मालिक ने पुलिस की विशेष टीम को बताया कि चालक राधेश्याम किराये पर स्कार्पियो को लेकर गया था इस सूचना के आधार पर भोजपुर के गढ़हनी थाना के रतनार गांव के बघार में छापेमारी कर अपहृत विवेक को सकुशल मुक्त करा लिया गया।