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जिसके बाद मुजफ्फरपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार के द्वारा ग्रामीण पुलिस अधीक्षक मुजफ्फरपुर विद्यासागर के देख रेख में विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया, पुलिस टीम में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पूर्वी-2 एवं कई तेज तर्रार ऑफिसर को शामिल किया गया। जिसके बाद जाँच शुरू की गई। पुलिस की जांच चल रही थी की इसी बीच ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विद्यासागर को मानवीय संकलन से यह सूचना प्राप्त हुई कि मृतक अपराधी प्रवृति का युवक था और इसके दोस्त भी अपराध करते हैं। जिसके बाद गुप्त सूचना के आधार पर बबलू कुमार को उठाया गया इसके बाद बबलू के निशानदेही पर उक्त गांव के ही मनीष कुमार को उठाया गया दोनों अपराध कर्मी मोहम्मदपुर लालसे गांव थाना सकरा जिला मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं और मृतक के अच्छे मित्र भी थे।
जानकारी देते हुए ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विद्यासागर ने बताया कि दोनों अपराध कर्मी से पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि मृतक और यह दोनों पकड़े गए अपराधी ग्रामीण क्षेत्रों में छोटा-मोटा अपराध करते थे और उससे जो पैसा आता था यह सभी आपस में बंटवारा करते थे। इसी पैसे बंटवारे में नितेश कुमार उर्फ अभिनव यादव से विवाद हुआ था। जिसे बीते 10 अक्टूबर को उस क्षेत्र में मेला लगा था उसी के बहाने बुलाकर चाकू से मार कर बोरा में कस दिया था। जिससे किसी को शक नहीं हो की हत्या कौन किया है, इसलिए सुनसान जगह पर फेंक कर निकल गया था। पकड़े गए दोनों अपराधी के पास से मृतक नितेश का मोबाइल हत्या में प्रयुक्त ड्रैगन चाकू और घटना के समय डेड बॉडी को ठिकाने लगाने में प्रयुक्त मोटरसाइकिल पुलिस ने बरामद कर लिया है।