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अमित शाह के दौरे को लेकर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि 23 और 24 सितंबर को सीमांचल के इलाके में वह रहेंगे 23 सितंबर को पूर्णिया में एक बड़ी रैली का आयोजन किया गया है इसमें देश के सभी बड़े नेता मौजूद रहेंगे इस रैली में मुख्य रूप से गृह मंत्री अमित शाह संबोधित करेंगे और दूसरे दिन 24 सितंबर को अमित शाह के साथ जाएंगे वहां भी एक जनसभा को संबोधित करेंगे।
दरअसल बीजेपी ने सीमांचल के इलाके को अपना केंद्र बनाया है क्योंकि जेडीयू और आरजेडी का मजबूत पक्ष सीमांचल का क्षेत्र ही रहा है ऐसे में बीजेपी गृह मंत्री अमित शाह के जरिए महागठबंधन के गढ़ में सेंध लगाने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित कर रही है बीजेपी की तरफ से इस कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जा रही है मुख्य रूप से इन दो कार्यक्रमों के संयोजक बिहार बीजेपी कोषाध्यक्ष दिलीप जायसवाल हैं।
वही पिछली बार 30 और 31 जुलाई को गृह मंत्री अमित शाह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बिहार दौरे पर आए थे, पटना में संयुक्त मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में दोनों नेताओं ने शिरकत की थी इस दौरान जेपी नड्डा ने क्षेत्रीय दलों के अस्तित्व पर सवाल उठाए थे, उसके 10 दिन के बाद बिहार के क्षेत्रीय दल जेडीयू और आरजेडी का गठबंधन हो गया और बीजेपी सरकार से बाहर हो गई, ऐसे में अमित शाह का 2 महीने के भीतर यह दूसरा दौरा यहां से मिशन बिहार की शुरुआत होगी।
2019 में बिहार की लोकसभा की 40 सीटों में से 39 पर एनडीए ने जीत दर्ज की थी इसमें जदयू के पास 16 सीटें आई थी अब गठबंधन की नई परिस्थितियों में चिराग पासवान को भी जोड़ ले तो एनडीए के पास 23 सीटें हैं जबकि 2024 के नीतीश कुमार के बिना ही भाजपा ने 35 सीटों का लक्ष्य निर्धारित किया है अमित शाह का यह दौरा इसी मुहिम की पहली और महत्वपूर्ण कड़ी मानी जा रही है।
वहीं जदयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि भाजपा कितना भी जोर लगा ले बिहार में अब इनके के दाल नहीं गलने वाली है, अमन-चैन और सौहार्दपूर्ण वातावरण में रह रहे बिहार के लोगों पर इनके कुत्सित प्रयासों का कोई असर नहीं पड़ने वाला है।