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मामले के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए एसपी अंबरीष राहुल ने बताया कि 23 दिसंबर की रात्रि करीब 8:00 बजे पीएनसी कंपनी के कैंप पर फायरिंग की घटना हुई थी। फायरिंग के दौरान अपराधी एक पर्चा फेंक झारखंड की ओर बाइक से भाग निकले थे। इस मामले के खुलासा को लेकर सदर एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया था। एसआइटी के द्वारा इस घटना का खुलासा करते हुए फायरिंग की घटना में शामिल सभी 4 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार सभी अपराधी पलामू के शुभम सिंह गिरोह के सदस्य हैं। यह गिरोह कुणाल सिंह से जुड़ा है। कुणाल की हत्या वर्ष 2020 में हो गई थी इसके बाद इस गिरोह का संचालन शुभम सिंह करने लगा।
शुभम के कहने पर ही सभी अपराधी कंपनी के कैंप पर फायरिंग करने पहुंचे थे। इस कार्य के लिए शुभम ने सूरज और ऋषिकांत को 10 हजार रुपये भी दिया था। बताया कि घटना में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। गिरफ्तार सूरज, पलामू के पाटन एवं तरहसी थाना क्षेत्र के 3 आपराधिक मामले में आरोपित हैं। वहीं अर्जून अंबा थाना के आर्म्स एक्ट के एक मामले में आरोपित है। अन्य अपराधियों का आपराधिक रिकार्ड खंगाला जा रहा है। आपको बता दें कि पीएनसी कंपनी वाराणसी से रांची कोलकाता तक बनने वाली ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का कार्य करा रही है। जानकारी के अनुसार अपराधियों को पकड़ने में पलामू एसपी रेशमा रमेशम की टीम ने अहम भूमिका निभाई है। सभी अपराधियों को रविवार की शाम जेल भेज दिया गया।