Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड कार्यालय में सोमवार की दोपहर बाद शिक्षकों के द्वारा जारी सक्षमता परीक्षा के आदेश को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया है, आक्रोशित नियोजित शिक्षक अपर मुख्य सचिव के के पाठक द्वारा सक्षमता परीक्षा पास नहीं होने वाले को हटाने के जारी आदेश की प्रतियों को जलाते हुए आंदोलन की शंखनाद कर दी गई, नियोजित शिक्षकों का कहना है वह सक्षमता परीक्षा का फार्म किसी भी कीमत पर नहीं भरेंगे।
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मौके पर मौजूद बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संतोष कुमार प्रसाद ने कहा अब सरकार और शिक्षा विभाग के सचिव के के पाठक के विरुद्ध सभी शिक्षक संघ एक हो चुके हैं और आर पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं, आंदोलन के प्रथम चरण में प्रदेश के सभी प्रखंड मुख्यालयों पर अपर मुख्य सचिव द्वारा जारी किए गए आदेश की प्रतियां जलाई गई है, 10 फरवरी को सभी जिला मुख्यालय पर मसाल जुलूस का आयोजन किया होगा, जिसके बाद 13 फरवरी से विधानसभा के घेराव का आयोजन किया जाएगा, जब तक उनकी मांगों को नहीं मानती है तब तक अनिश्चितकालीन विधानसभा घेराव होगा।
उन्होंने कहा कि कोई भी नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा नहीं देगा, सरकार राज्य कर्मी का दर्जा देने के लिए इस परीक्षा का आयोजन नहीं कर रही है बल्कि नियोजित शिक्षकों को हटाने के लिए इस तरह के षड्यंत्र को रचा है, जिसमें कोई भी नियोजित शिक्षक फंसने वाला नहीं है, संतोष कुमार प्रसाद ने अपने संबोधन में शिक्षकों को एकजुट होकर इस सक्षमता परीक्षा का विरोध करने का आह्वान किया, प्रखंड मुख्यालय पर इस कार्यक्रम के दौरान आक्रोशित शिक्षकों द्वारा सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की गई।
प्रखंड अध्यक्ष दीवान हामीद खान ने कहा कि इस बार शिक्षक सड़क से लेकर सदन तक अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे और सक्षमता परीक्षा का भी विरोध करेंगे, सरकार एवं शिक्षा विभाग के थोक में लगी फरमान का विरोध सभी शिक्षक मिलकर कर रहे हैं जिसका जल्द ही सुखद परिणाम सामने आएगा, विरोध प्रदर्शन के दौरान और मौके पर काफी संख्या में शिक्षक मौजूद रहे।