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मृतक छात्रा की पहचान आकांक्षा कुमारी के रूप में की गई है, जो मुजफ्फरपुर जिले के कांटी थाना क्षेत्र की कांटी निवासी तारकेश्वर प्रसाद शाही की पुत्री बताई जा रही है। आकांक्षा कालेज की इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की चौथे व अंतिम वर्ष की छात्रा थी। कालेज में दिन में बिहार दिवस समारोह का आयोजन किया गया था। समारोह बाद सभी छात्र व छात्रा हास्टल स्थित अपने कमरे में चले गए। वही शाम करीब 6:30 बजे गर्ल्स हास्टल की तीसरी मंजिल का कमरा नंबर 317, आकांक्षा का कमरा बंद पाया गया। कालेज की अन्य छात्राओं ने कमरा बंद देखकर दरवाजा ठकठकाया तो कोई आवाज नहीं आई। जिसके बाद छात्राओं ने इसकी जानकारी वार्डेन को दी। वार्डेन ने भी कमरा खुलवाने की कोशिश की। बाद में कमरे का गेट तोड़ा गया जहां पंखे से लटकता आकांक्षा का शव पाया गया। इसके बाद कालेज में हड़कंप मच गया।
जिसके बाद इसकी सुचना पुलिस प्रशासन को दी गई। किन्तु पुलिस प्रशासन की टीम रात 9:00 बजे कालेज पहुंची। देर से पुलिस-प्रशासन की टीम के पहुंचने के कारण कालेज के छात्रों का आक्रोश भड़क गया। कालेज के छात्र हंगामा करने लगे। पुलिस की टीम शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कोशिश की लेकिन आक्रोशित छात्रों ने आकांक्षा के स्वजनों के आने तक शव नहीं जाने दिया। वहीं एंबुलेंस को कालेज से बाहर कर दिया। फिलहाल अधिकारियों की टीम मौके पर कैंप कर रही है। साथ ही आकांक्षा के पिता समेत स्वजनों के आने का इंतजार कर रही है। फिलहाल, घटना का कारण स्पष्ट नहीं है। कालेज के छात्र-छात्रा भी आकांक्षा के इस कदम से हतप्रभ है। छात्र-छात्राओं का कहना है कि वह काफी होनहार छात्रा थी और उसकी इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी पूरी होने वाली थी।