Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
वही मामले को लेकर पीड़ित शिक्षिका डॉ श्वेता ने बताया कि सबौर कॉलेज में अर्थशास्त्र की फैकल्टी तौर पर कार्यरत हैं और स्टाफ रूम में जब वह बैठी थी तभी एक छात्रा आ पहुंची और उसने क्लास में शिक्षक के अनुपस्थिति की बात कही जिसपर डा श्वेता ने उक्त छात्रा को चेहरे से नकाब हटाने को कहा तभी छात्रा ने कहा की यह उनके धर्म के विरुद्ध है और अक्रोशित हो गई। जिसके बाद शिक्षिका ने छात्रा के इस रवैए को देख उसे स्टाफ रूम से चले जाने को कहा जिसपर छात्रा ने उनके साथ हाथापाई शूरू कर दी। इस दौरान कॉलेज के सभी विद्यार्थी एकत्रित हो गए जिस कारण कॉलेज परिसर के भीतर गहमा गहमी बढ़ गई ।
हालांकि केवल कुछ मीटर की दूरी पर सबौर थाने की पुलिस फौरन मौके पर पहुंच गई और और पूरे मामले की जानकारी प्रभारी प्राचार्य से लिया जिसके बाद शिक्षिका और छात्रा थाने पहुंच गई और उन्होंने घटना की जानकारी सबौर थाना प्रभारी विवेक जायसवाल के समक्ष साझा किया ।थाना प्रभारी ने शिक्षिका और छात्रा को समझा बूझकर मामला शांत कराया। हालांकि शिक्षिका के साथ हुई घटना के बाद वह काफी डर गई। उसने कहा कि अगर इसी प्रकार कॉलेज के बच्चे व्यवहार करेंगे तो कॉलेज आना भी मुश्किल हो जाएगा। वहीं उक्त छात्रा ने अपनी गलती का पश्चाताप करते हुए शिक्षिका से हाथ जोड़कर माफी मांगी और वादा किया कि वह इस तरह की भूल दोबारा नहीं करेगी। शिक्षिका ने भी छात्रा के भविष्य को देखते हुए उसकी भूल को माफ कर दिया। बता दे की छात्रा स्नातक फाइनल ईयर में पढ़ाई कर रही है। वही थाना प्रभारी ने दोनों पक्षों से पीआर बॉन्ड भरवाकर उन्हें वापिस भेज दिया जबकि प्रभारी प्राचार्य ने भी इस घटना की निंदा की है और प्रशासन एव कॉलेज प्रबंधन से इस तरह की घटना दुबारा ना हो इसको लेकर विधि व्यवस्था दुरुस्त कराने की गुहार लगाई है।