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वही घटना के बाद सुबह में स्वजनों तथा भीम आर्मी के सदस्यों के द्वारा शव को थाना ले जाया गया। जंहा पुलिस पर त्वरित कार्रवाई नही करने का आरोप लगते हुए एसपी को बुलाने की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया गया। वे शीघ्र अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। घटना की सुचना पर मौके पर पहुंच एसडीपीओ कुमार संजय ने भी उन्हें काफी समझाने का प्रयास किया पर वे अपनी मांग पर अड़े रहे। करीब 2 घंटे तक शव को सड़क पर रखे रहे। जिसके बाद एसडीपीओ के द्वारा अभियुक्तों पर शीघ्र कार्रवाई करने का आश्वासन देकर जाम हटाया गया। मृतका की मां के द्वारा पुलिस को दिए गए प्राथमिकी में बताया गया है की गांव के राकेश कुमार उसकी बेटी को अक्सर परेशान करता रहता था। जब भी वह पढ़ने के लिए घर से बाहर निकलती, उसके पीछे पीछे लग जाता और शादी करने का दबाव बनाता और शादी नही करने पर जान मारने की धमकी देता।
जिसके बाद वे अपनी बेटी की शादी किसी और के साथ निश्चित कर सोमवार को घर आई। जंहा रात करीब 8:30 बजे राकेश और उसके स्वजन दरवाजे पर पहुंच गाली-ग्लौज करने लगे। कहने लगे कि बेटी की दूसरी जगह शादी करोगी तो अच्छा नही होगा। बेटी का निश्चित किया गया रिश्ता को वापस लौटा दो। इसी बीच बेटी को घर के दो मंजिला छत पर वे सभी ले गए और वहां से धकेल दिया। जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गईं। खून से लथपथ बेटी को नोखा के एक अस्पताल में ले गईं, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मामले के सम्बन्ध में थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि प्राथमिकी कर आगे की कार्रवाई में पुलिस जुट गई है। एसडीपीओ ने बताया कि घटना की त्वरित जांच कर अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी। इसके लिए पुलिस को आवश्यक दिशा निर्देश दे दिए गए हैं। पुलिस हर बिंदू से जांच में जुट गई हैं।