Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
पुलिस पर हमला की घटना को गंभीरता से लेते हुए थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार सिंह पुलिस बल के साथ कार्रवाई के घटना स्थल पर पहुंचकर कैम्प कर रही है। एएसआई मुन्ना ने बताया कि शनिवार को गांव की एक महिला की मौत कुआं में डूबने से हो गई थी। शव को स्वजन एवं ग्रामीणों की मदद से श्मशान घाट पर दाह संस्कार किया जाने वाला था। इसकी सूचना पुलिस को मिली। तत्काल थानाध्यक्ष के आदेश पर शव को जलाने से रोकने के लिए गझंडा पहुंचे। वहां पहले से स्वजन एवं ग्रामीण द्वारा शव को जला जा रहा था। चिता में आग सुलग चुका था। मेरे द्वारा शव को जलाने के लिए मना किया गया। इसी बीच 50 से अधिक की संख्या में महिला पुरुष अचानक लाठी, डंडा, खंती, कुदाल, इट, मिट्टी का ढेला आदि से हमला कर दिया। ग्रामीणों के हमला से पुलिस कर्मी शतर्क होते उससे पहले ग्रामीण पुलिस टीम के साथ बेरहमी से पेश आते हुए पिटाई करने लगा।
जान बचाने के लिए भागने का प्रयास किया। उसके बावजूद ग्रामीण खदेड़ कर कुछ दूरी तक मारता पिटता हुआ साथ आया। पुलिस वाहन श्मशान घाट से दो किलोमीटर की दूरी पर खड़ी थी। किसी तरह जान बचाते हुए वाहन तक पहुंचकर गाड़ी में बैठकर थानाध्यक्ष को सूचना दिया। पुलिस वाहन के चालक तत्काल घायल सभी पुलिस कर्मी को प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचा। घायल पुलिस कर्मी में एएसआई मुन्ना कुमार, जेएसआई चंदेश्वर प्रसाद, हवलदार विजय किशोर राय, बिहार पुलिस विजय कुमार, सिपाही अशोक कुमार शामिल है। जेएसआई चंदेश्वर को शरीर, हथेली पैर में चोट लग है।
हवलदार विजय, सिपाही अशोक, विजय को पैर, कमर, हाथ, सीना में चोट है। घायल पुलिस कर्मियों के इलाज करते हुए चिकित्सा पदाधिकारी डा. अशोक कुमार ने बताया कि एएसआई मुन्ना को सिर एवं शरीर में गंभीर चोट है। 4 अन्य पुलिस कर्मी को शरीर मे चोट है। मुन्ना को बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कालेज गया रेफर कर दिया गया है। थानाध्यक्ष प्रशांत किशोर सिंह ने बताया कि पुलिस टीम के साथ गझंडा गांव कार्रवाई के लिए पहुंचे है। मामला को शांत करने लिए अन्य थाना की पुलिस बुलाई गई है। पुलिस कर्मी पर हमला करने वालो को चिन्हित कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जाएगी।