Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
जख्मी महिला के द्वारा घटना के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया गया कि बाजितपुर निवासी उसका बहनोई ऋषिकेश एलआईसी का पैसा निकालने के लिए जहानाबाद बुलाया था, 16 हजार रुपये की निकासी के बाद ऋषिकेश महिला को अपने दोस्त के फ्लैट पर ले गया, जहां ऋषिकेश ने उसे दो दवा खाने को दिया, दवा खाते ही वह बेहोश हो गई। कुछ समय बाद होश में आने पर महिला ने खुद को 10 किमी दूर टेहटा थाना क्षेत्र में एक गाड़ी में पाया। गाड़ी में चार युवक सवार थे, होश आते ही वह चीखने चिल्लाने लगी ,जिस पर युवकों ने उसका मुंह बंद कर दिया। वहां से मखदुमपुर -हुलासगंज मार्ग होकर 10 किमी दूर हुलासगंज के वंशी बिगहा पुल पर लाया गया, वहां गाड़ी से उतार कर धारदार हथियार से महिला का पेट और गला रेतकर पुल से नीचे फल्गु नदी में फेंक दिया गया। नदी सूखी थी। महिला पूरी रात फल्गु नदी में ही जख्मी हालत में तड़पती रही।
सुबह होने पर किसी तरह नदी से निकलकर सड़क पर आई, जिसके बाद महिला पर ग्रामीणों की नजर पड़ी और उन्होंने पुलिस को सुचना दी। सुचना पर पहुंची पुलिस ने महिला को हुलासगंज सीएससी में भर्ती कराया, जहां से बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल जहानाबाद रेफर कर दिया गया। घटना की सूचना पर महिला के मायके हुलासगंज थाना क्षेत्र के केवला गांव व ससुराल से स्वजन अस्पताल पहुंचे। हुलासगंज थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि महिला ने घटना से पूर्व रात्रि में अपने देवर को फोन कर यह सूचना दी थी कि वह आज घर नहीं लौटेगी। महिला अपने बहनोई और उसके साथियों पर घटना को अंजाम देने का आरोप लगा रही है। केस दर्ज करने के लिए महिला के देवर को थाने में बुलाया गया है। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला प्रेम प्रसंग का प्रतीत होता है। जिस मोबाइल नंबर से महिला ने अपने देवर को फोन किया था वह उसका नहीं है। उस नंबर की भी जांच की जा रही है। सभी बिंदुओं पर जाँच पड़ताल किया जा रहा है।