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आपको बता दे की उनके द्वारा सासाराम शहर में एक भव्य आश्रम बनाया गया है। इस आश्रम परिसर में बने सोमनाथ महादेव का भव्य मंदिर का लोकार्पण नवंबर 2022 में हुआ था। इस अवसर पर देश के कई पीठों के पीठाधीश्वेर, आचार्य रामदेव समेत कई केंद्रीय मंत्री उपस्थित हुए थे। इस परिसर में भगवान बुद्ध व शिव की 80 फीट ऊंची प्रतिमा भी स्थापित है। दरसल पायलट बाबा रोहतास जिला के नोखा प्रखंड के विशुनपुरा के मूल निवासी थे। वर्ष 1957 में पायलट के रूप में भारतीय वायु सेना में वे शामिल हुए थे। पायलट बाबा ने 1962 में भारत-चीन युद्ध में भाग लिया था।
इसके अलावा 1965 व 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में भी लड़ाई लड़ी थी। भारतीय वायु सेना में अपनी सेवा के दौरान उन्हें कई पदक से सम्मानित किया गया था। बता दे की वायु सेना में काम करने के दौरान एक घटना ने कपिल सिंह को पायलट बाबा बना दिया। वे मिग विमान उड़ा रहे थे । इस दौरान उनका विमान नियंत्रण खो बैठा। जीवित रहने की सारी उम्मीद खोने बे बाद वे अपने गुरु हरि बाबा को याद करना शुरू किया। इसके बाद विमान सुरक्षित रूप से उतर गया। तभी से आध्यात्म की तरफ मुड़ साधना के बाद पायलट बाबा बन गए। हरिद्वार, नैनीताल व उत्तर काशी में भी उनके आश्रम हैं।