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पीओ के लहजे से लग रहा था कि वह शराब के नशे में थे। नशे में उनके द्वारा लगातार आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया जाता रहा। जिसके बाद बीडीओ के द्वारा फोन काट दिया गया। किन्तु फोन काटने के बाद भी पीओ के द्वारा व्हाट्सएप पर लगातार मैसेज भेजा जाने लगा। पीओ के द्वारा मैसेज भेज कर डिलीट कर दिया जाता था। मैसेज का जवाब नहीं देने पर कार्यक्रम पदाधिकारी के द्वारा दुबारा कॉल कर बीडीओ को परेशान किया जाने लगा। जिसके बाद बीडीओ ने उनके मोबाइल नंबर को ब्लॉक कर दिया।
इसके बावजूद कार्यक्रम पदाधिकारी ने दूसरे मोबाइल नंबर से कॉल करना शुरू कर दिया। कार्यक्रम पदाधिकारी के द्वारा 14 अक्टूबर को 13 बार कॉल किया गया है। बीडीओ के द्वारा इस मामले की सूचना वरीय अधिकारियों को दी गई , जिसके बाद हुलासगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया। जिलाधिकारी अलंकृता पांडे ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्यक्रम पदाधिकारी के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही प्रारंभ कर दी है। तत्काल कार्यक्रम पदाधिकारी को हुलासगंज से हटाकर मोदनगंज तबादला कर दिया गया है।