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प्राप्त जानकारी के अनुसार कोलकाता के एक आभूषण कारोबारी रुपए की वसूली कर छपरा की तरफ लौट रहा था। तभी शुक्रवार को वाहन जांच कर रहे थानाध्यक्ष रवि रंजन कुमार लाल रंग की गाड़ी को रोक कर जांच करने लगे। जांच के दौरान जब गाड़ी में उन्हें मोटी रकम दिखी तब वह लालच में पड़ गए, इस कांड में उनका चालक अनिल कुमार उनका भागीदार बना। जिसके बाद दोनों के द्वारा 32 लाख रुपए कार से निकाल लिया गया और आभूषण कारोबारी को डराया धमकाया गया। वही डरे सहमे जब आभूषण कारोबारी अपने घर पंहुचा तो इस बात की जानकारी वह अपने स्वजनों को दिया। मामला धीरे-धीरे सारण डीआईजी निलेश कुमार व वरीय पुलिस अधीक्षक डा0 कुमार आशीष के संज्ञान में आया।
जिसके बाद शुक्रवार की रात डीआईजी व एसपी कुछ आभूषण कारोबारी एवं पीड़ित के साथ भेल्दी थाना पहुंचे। जंहा पहचान कराई गई। जिसमें पीड़ित मकेर थानाध्यक्ष की पहचान किया। फिर थाना प्रभारी से पूछताछ के बाद जो रुपए की छिनतई हुई थी, वह पूरा पैसा रिकवर कर लिया गया। इसके बाद उन्हें हिरासत में लेकर भेल्दी थाना में पूरी रात रखा गया। शनिवार की सुबह उन्हें पूछताछ के लिए जिला मुख्यालय लाया गया। एसएसपी द्वारा गठित एक विशेष टीम ने अमनौर थाना क्षेत्र के रहने वाले चालक अनिल की गिरफ्तारी के लिए पूरी रात छापेमारी की, किन्तु वह अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।