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मामले से संबंधित जानकारी देते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने बताया कि कुछ लोगों के द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा था। लेकिन उनके पास प्रदर्शन को लेकर किसी तरह की अनुमति नहीं थी। वहीं प्रदर्शन कर रहे लोग जबरन एसएसपी कार्यालय के गेट के अंदर प्रवेश करना चाह रहे थे। गेट पर मौजूद पुलिस बल के द्वारा उन्हें रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन वे लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे, जिसके बाद आवश्यक कार्रवाई करनी पड़ी। इस दौरान कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस तरह का व्यवधान कहीं भी बर्दाश्त करने लायक नहीं है। एसएसपी कार्यालय में सभी की समस्याएं सुनी जाती है, तरीके से लोग अपनी समस्या को लेकर आ सकते हैं और अपनी बातों को रख सकते हैं।
कई लोगों को प्रदर्शन में बरगला कर लाया गया था, जो लोग प्रदर्शन में थे उन्हें मालूम भी नहीं था कि वे लोग क्यों आए हैं ? इस तरह से धोखे में रखकर कई लोगों को प्रदर्शन में शामिल किया गया। इसके पीछे जो लोग भी हैं, उनके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जबकि वहीं इस प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष सौरभ राज ने बताया कि आए दिन अपराधी घटनाएं घट रही है, लेकिन पुलिस इन घटनाओं को रोकने में विफल है। खासकर दलित और गरीब लोगों के साथ जब घटना होती है और वे थाने जाते है तो उन्हें डांट कर भगा दिया जाता है। पुलिस प्रशासन की यह तानाशाही नहीं चलेगी। इन तमाम बातों को लेकर हमलोगों ने आक्रोश मार्च निकाला है।