Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
जिसके बाद पुलिस के द्वारा मामला दर्ज कर जाँच शुरू की गई। जाँच के क्रम में रमेश का शव गंडक नदी से बरामद किया गया। समस्तीपुर के पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में हुई जाँच में तकनीकी और मानवीय सूचना के आधार पर शुभम कुमार उर्फ रफ्तार नामक एक संदिग्ध से पूछताछ की गई। पूछताछ में शुभम ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और इस हत्याकांड में शामिल अन्य लोगों के नाम भी बताए। जाँच में पता चला कि मृतक रमेश कुमार का अपने बड़े भाई राजदीप कुमार के साथ विवाद चल रहा था। कुछ दिन पहले रमेश ने राजदीप की पत्नी की अश्लील तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल कर दी थीं। इसी बात से नाराज होकर राजदीप ने शुभम कुमार उर्फ रफ्तार को 2 लाख रुपये में अपने भाई की हत्या की सुपारी दी थी।
इसके लिए 50,000 रुपये एडवांस भी दिए गए थे और बाकी पैसे काम होने के बाद देने की बात तय हुई थी। शुभम ने अपने सहयोगी राजन कुमार के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई और 18 दिसंबर को अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर रमेश की हत्या कर दी और शव को गंडक नदी में फेंक दिया। पुलिस ने शुभम के अलावा राजन कुमार और मृतक के भाई राजदीप कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया है। तीनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस इस मामले में शामिल अन्य लोगों की तलाश कर रही है।