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जिसके बाद घटना की सुचना पुलिस को दी गई, घटना की सुचना पर पहुंची पुलिस टीम जांच में जुट गई। पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में बिस्फोट सुतली बम के होने की पुष्टि हुई है। विस्फोटक पदार्थ का पता लगाने के लिए फारेंसिक जांच टीम को भी लगाया गया है जो घटनास्थल से नमूने इकट्ठे कर ले गई है। घटना की जानकारी पर एसएसपी आनंद कुमार, सिटी एसपी के रामदास अन्य पदाधिकारियों के साथ मौके पर पहुंच हालात का जायजा लिया। स्थानीय लोगों से भी पूछताछ किया। कुछ लोगों ने खिलाफत नगर में अपराधियों और स्मैक-ब्राउन शुगर की खरीद-बिक्री करने वालों की सक्रियता का जिक्र करते हुए उनकी तरफ से बम छिपा कर रखने की जानकारी दी है। एसएसपी आनंद कुमार ने स्पष्ट किया कि मामले की जांच के लिए सिटी एसपी के रामदास के नेतृत्व में एक एसआइटी गठित कर दी गई है।
एसआइटी यह पता लगाएगी कि बिस्फोट कैसे हुआ, क्यों हुआ, किसने छिपा कर रखा, किन अपराधियों की इसमें संलिप्तता है आदि बिंदुओं पर जांच शुरू भी कर दी है। बहुत जल्द परिणाम मिलने की बात एसएसपी ने कही है। घटनास्थल का जायजा लेकर लौटने के बाद पुलिस पदाधिकारियों की टीम जवाहर लाल नेहरू अस्पताल पहुंच घायल बच्चों का हाल जाना। घटना की बाबत हबीबपुर थाने में अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत केस दर्ज करने की कवायद शुरू कर दी गई है। खिलाफत नगर निवासी बीबी मरियम ने बताया कि वह तब कमरे में थी, तभी तेज बिस्फोट हुआ। वह तुरंत दौड़ लगा अपने बेच्चे समर का हाल जानने घर से बाहर निकली। उसके बच्चे समर के गले में बम के छींटे लगे हैं जिससे मामूली जख्म हुआ है। बीबी मरियम ने बताया कि बम कैसे फटा यह वह नहीं जानती। वह तो घर के अंदर थी, धमाका होते ही अपने बच्चे की चिंता हुई तो दौड़ कर बाहर निकली थी।