Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
बंदी की पहचान भुनेश्वर यादव के पुत्र तूफानी यादव के रूप में हुई है। हालांकि जेल व पुलिस प्रशासन इस विषय में कुछ भी बताने से परहेज कर रही है। मृतक बंदी के परिवार वाले भी नहीं पहुंचे हैं। बंदी के गर्दन में रंगीन पट्टा बंधा हुआ है और जुबान बाहर निकला हुआ है। स्वजन के पहुंचने के बाद ही मामले कि सच्चाई सामने आएगी।
वही इमरजेंसी का दरवाजा बंद कर मीडिया कर्मियों को भी काफी देर तक अलग रखा गया है। कोई भी कुछ बोलने से परहेज कर रहे है। खासकर जेल प्रशासन के बीच अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है, हलचल मची हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार तूफानी यादव को पुत्र नहीं होने की वजह से एक ढोंगी बहरूपया बाबा के कहने पर तलवार से अपने भतीजा का सिर धड़ से अलग कर दिया था ताकि उसे पुत्र सुख की प्राप्ति हो। इसी मामले में तूफानी यादव जेल में कई वर्षों से बंद था।