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आपको बता दे की अजय सिंह की हत्या 20 मार्च को हुई थी। तब पुलिस ने सुराग पाने के लिए डॉग स्क्वॉड का भी सहारा लिया था। लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। जिस रात अजय की हत्या हुई थी, उसके बाद अहले सुबह दुर्गावती के एक क्लिनिक में एक जख्मी व्यक्ति के इलाज की खबर सामने आई। इस खबर पर पुलिस तुरंत एक्शन में आ गई। जांच पड़ताल की गई तो वह व्यक्ति फरार हो गया था लेकिन क्लिनिक में इलाज के दौरान उसका मोबाइल छूट गया था। मोहनियां डीएसपी दिलीप कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने उस मोबाइल को जब्त किया। फिर वैज्ञानिक अनुसंधान में मोबाइल से अहम सुराग मिले और हत्याकांड के एक-एक पहलू पर से पर्दा उठता गया।
इसके बाद पुलिस ने दुर्गावती थाना क्षेत्र के मंसूरपुर गांव के रवि शंकर राणा उर्फ लालू राम को गिरफ्तार किया। रवि शंकर शिवशंकर राम उर्फ राजू राम का पुत्र है। एसपी ने बताया कि रवि शंकर ने हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए सहयोगी साथियों व हत्या के कारणों के बारे में पूरी जानकारी दी। घटना में दुर्गावती थाना क्षेत्र के अकोढ़ी गांव के मुराली यादव का पुत्र सोनू यादव, डूमरी गांव के तौफीक साईं का पुत्र राजू साईं, यूपी के गाजीपुर जिले के जमानियां थाना क्षेत्र के बुद्धिपुर गांव के सादिक कुरैशी का पुत्र अरमान कुरैशी व अरमान के एक दोस्त की संलिप्तता बताई। एसपी ने बताया कि पुलिस सभी फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
अजय की हत्या में संलिप्तता से बचने को दुर्गावती थाना क्षेत्र के डूमरी गांव निवासी तौफीक साईं का पुत्र राजू साईं हत्या के बाद मोबाइल चोरी के मामले में जेल चला गया। पुलिस जेल में बंद राजू साईं को जल्दी रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। एसपी ललित मोहन शर्मा ने बताया कि पोल्ट्री फार्म संचालक अजय की हत्या का उद्भेदन करने वाली गठित टीम का नेतृत्व करने वाले डीएसपी दिलीप कुमार, मोहनियां पुलिस इंस्पेक्टर भारत भूषण, रामगढ़ थानाध्यक्ष उमेश कुमार व टीम में शामिल पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया जाएगा।