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हाल ही में कटिहार साईबर पुलिस के हत्थे चढा 24 वर्षीय नेस्ताक आलम पाकिस्तान से भारत में साईबर फ्रॉड कर रहे गिरोह की कुंडली खंगाली गई तो उसका तार जौकटिया से ही जुड़ा पाया गया। जौकटिया के नेस्ताक आलम ने पाकिस्तान को लेकर जो खुलासे किये उससे सुरक्षा एजेंसियों के होश उड गये। उसके साथ ईशा कुमारी मधुबन पुर्वी चम्पारण को भी गिरफ्तार किया गया था। जिमके पास से विभित्र बैंको के 16 एटीएम कार्ड, करोड़ों के बैंक ट्रांजेक्शन के साक्ष्य, सैकड़ों बैक खातों की डिटेल, पैन कार्ड, 100 से अधिक बैंकिंग क्यूआर कोड एवं पाकिस्तानी संपर्क वाले कई वर्चुअल मोबाइल नंबर मिले। वही जब मझौलिया पुलिस ने एक घर की तलाशी ली तो मिन्टु आलम और ईम्तयाज आलम नामक दो साईबर फ्रॉड सात लाख कैश के साथ पकडे गये। जिनके पास से कई बैकों के दर्जनों एटीएम, सिम कार्ड और मोबाइल बरामद हुआ। जिसके बाद बेतिया पुलिस साईबर फ्रॉड गिरोह के फारवर्ड बैकवर्ड लिकेंज को खंगाल रही है।
जौकटिया से जुडे भारतीय स्टेट बैंक के मझौलिया शाखा में करीब 117 खातों के संचालन पर रोक लगाई गई है। इन खातों से संदिग्ध लेनदेन के बाद बैंक की ओर से यह कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही इस गांव के खातों पर निगरानी चल रही है। गांव के लोगों का खाता बैंक अब खोलने से भी इंकार कर रहे है। ग्रामीण की माने तो उन्होंने बताया कि यहां के जो युवा है, जो साइबर अपराध से जुड़े हैं उनकी कमाई अच्छी हो रही है। पहले वह 10 रूपये का सामान खरीद नहीं पाते थे आज वह 1000 का का सामान खरीदते है। जिनके पास साइकिल नहीं थी उनके पास आज कार और मोटरसाइकिल है। अगर उनके पॉकेट की जांच की जाए तो लाखों रुपए उनके पॉकेट से मिल जाएंगे। वही कई साइबर अपराधी जो जेल से बाहर आ चुके हैं उन्होंने पहले मोटी रकम कमा ली अब वह अपना अच्छा खासा बिजनेस कर रहे हैं और इस काम से दूरी बना रखे हैं। इन साइबर अपराधियों के साइबर फ्रॉड करने के कई तरीके हैं। साइबर अपराध करने के तरीके के बारे में बेतिया सदर डीएसपी विवेक दीप ने बताया कि लोगों को जागरूक होने की जरूरत है।
साइबर अपराध के कई तरीके हैं। मोबाइल के माध्यम से साइबर अपराधी ओटीपी मांगते हैं। किसी लिंग के माध्यम से पैसे की भुगतान कराते हैं। यही नहीं पहले यह साइबर अपराधी अपने खाते में पैसा मांगते थे। लेकिन अब दूसरे का अकाउंट खरीदते है और उस अकाउंट में पैसा मगाते हैं। जो बैंक खाता खरीदा जाता है उनको 8 से 10% की कमीशन मिलती है। जब वर्ष 2019 में शाहिद उर्फ साहिदा की गिरफ्तारी करोडों रुपये के बैंक ट्रांजेक्शन के बाद मझौलिया पुलिस ने किया तक इस गांव में साईबर अपराध की कहानी सामने आई। युपी एटीएस ने भी बिहार के पश्चिम चंपारण जिला के मझौलिया थानाक्षेत्र के जौकटिया वार्ड नंबर एक के रहने वाले जियाउल हक का नाम सामने आया। जानकारी मिली कि आरोपी जियाउल हक सीधे तौर पर पाकिस्तानी एजेंटो के संपर्क में है और खुद की पहचान छिपाने के लिए नेपाल के सिम से व्हाट्सएप्प अकाउंट बनाकर पुलिस को चकमा देता है।