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दरसल फर्जी चेक के निकासी के बाद 7 मई को साइबर थाने में मामले दर्ज कराए गए। मामले में पीड़ित शिवशंकर कुमार के द्वारा बताया गया कि उसके खाते से 92000 रूपये की निकासी कर ली गई। जिसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम के निर्देशन में पुलिस उपाधीक्षक साइबर थाना अनु कुमारी के नेतत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। जिसमें तकनीकी अनुसंधान के क्रम में ज्ञात हुआ कि एक गिरोह द्वारा फर्जी चेक बना ठगी किया जाता है। संदर्भ में गिरोह के मास्टर माइंड को पटना के आगम कुआं से गिरफ्तार किया गया।
प्रेस वार्ता कर मामले से संबंधित जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम ने बताया कि साइबर पुलिस और डीआईयू की टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने फर्जी चेक बना ठगी करने वाले गिरोह के एक मास्टर माइंड को गिरफ्तार किया है। इसके पास से कई ब्लैक चेक, महंगी टैबलेट, चार मोबाईल फोन, एक पेन ड्राइव, एक यूएसबी डोंगल, ब्लैक चेक काटने वाला ब्लेड, ट्रेन टिकट, एक डायरी जिसमें मल्टीपल अकाउंट का विवरण, चेक प्रिंट करने हेतू ब्लैक कागज़ बरामद किया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है, क्यों कि इसमें कई और लोगों के शामिल होने की आशंका है। गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ विभिन्न जिलों में ठगी के अलग अलग मामले दर्ज हैं। इस कार्रवाई में डीआईयू से पुलिस अवर निरीक्षक राम इकबाल यादव, प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक नेहा रंजन, सिपाही रोहित कुमार एवं डीआईयू की टीम शामिल थीं।