Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र में एक अजीब गरीब घटना सामने आई है, मोबाइल फोन के माध्यम से विवाहित महिला से एक विवाहित युवक की दोस्ती हुई, और दोनों में प्यार हो गया फिर युवक महिला से मिलने पहुंचा जहां युवक को महिला के घर वाले एवं स्थानीय ग्रामीणों ने महिला के साथ पकड़ लिया जिसके बाद युवक की लोगों ने जमकर कुटाई कर दी, वहीं किसी ग्रामीण ने 112 नंबर की पुलिस को दी, सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को चैनपुर सीएचसी में लाकर भर्ती कराया जहां से बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया है।
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मामले से संबंधित मिली जानकारी के मुताबिक चांद थाना क्षेत्र के ग्राम पाढ़ी के निवासी रंजनी कुमार उपाध्याय जोकि हैदराबाद में रहकर किसी निजी कंपनी में सुपरवाइजर के पद कार्य करते हैं, चैनपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की एक विवाहित महिला से फोन पर बातचीत के दौरान दोस्ती हुई थी, इसके बाद वह एक बार पहले भी आकर उस महिला से मिल चुके थे, दोबारा महिला ने फिर मिलने के लिए बुलाया था और यह महिला से मिलने पहुंचे, घर में किसी अनजान व्यक्ति को घुसते हुए लोगों ने देख लिया और महिला के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया घर वाले शोर करने लगे तब तक लोग भी जुट गए और लोगों ने जमकर पिटाई कर दी।
जब इस प्रेम संबंध से संबंधित जानकारी घायल युवक रंजनी कुमार उपाध्याय से लिए तो उन्होंने बताया यह पाढ़ी के रहने वाले जरूर हैं मगर घर के सभी सदस्य दिल्ली में रहकर कार्य करते हैं, जबकि यह खुद हैदराबाद में रहकर एक निजी कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत है, अचानक एक दिन एक अनजान नंबर से एक महिला का फोन आया, बातचीत के क्रम में यह पता चला कि वह चैनपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली है दोस्ती बढ़ाने के बाद एक बार उससे आकर मिले थे, दोबारा फिर महिला मिलने के लिए बुलाई उस दौरान ग्रामीणों ने पकड़ लिया और मारपीट करने लगे, सूचना पर पहुंची पुलिस के द्वारा इन्हें चैनपुर थाना लाया गया जिसके बाद चैनपुर सीएचसी में इलाज के लिए भर्ती कराया जहां से बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया है, युवक के मुताबिक उनकी पहली पत्नी से इनका तलाक हो चुका है।
वहीं इस मामले से संबंधित जानकारी लेने पर चैनपुर थानाध्यक्ष विजय प्रसाद के द्वारा बताया गया, ग्रामीण की सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंचकर युवक को चैनपुर थाना लाई थी, जो घायल अवस्था में थे, जिन्हें चैनपुर सीएचसी में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, मामले को लेकर दोनों पक्षों के द्वारा कोई आवेदन या शिकायत थाने में नहीं की गई, जिस कारण मामले में सनहा दर्ज करते हुए दोनों पक्षों के लोगों को छोड़ दिया गया है।