Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
आगे उन्होंने कहा की क्या कभी बिहार के लोगों ने सोचा कि नीतीश कुमार के जाति के लोग बिहार में कितनी संख्या में रहते हैं? लालू यादव के जाति के कितने लोग बिहार में रहते हैं। मैं आपको एक आकड़ा देता हूं जब भी आपको लगे कि हमारे जाति के लोग जब अधिक होंगे तभी हम राजनीति कर सकते हैं, तो इस बात में आपको एक जरा भी सच्चाई नहीं दिखेगी। देश में अलग-अलग राज्यों में जितने भी मुख्यमंत्री हैं, उसमें कोई भी ऐसा मुख्यमंत्री नहीं है, जिसकी जाति उस राज्य में सबसे ज्यादा हो। ये आपका और हमारा भ्रम है कि हमारी जाति के अधिक लोग होने से ही हम राजनीति में आ सकते हैं। अगर पीतल और सोना रखा जाए तो किसी भी जाति के लोग हों वो सोना ही उठाएंगे। जन सुराज इसी सोना को खोजने में लगा है जिससे समाज का भला हो सके।