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सीएम नीतीश कुमार और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद कहते रहे है कि जातीय गणना से सरकार को कई बातों को साफ-साफ समझने का मौका मिलेगा उसके अनुसार नीतियां बनाई जा सकेगी, अब राजनीति में हिस्सेदारी की मांग भी जाति आधारित गणना के आंकड़ों के अनुसार होने लगी है, वही पूर्व सीएम के बयान पर जेडीयू नेता अंजुम आरा ने कहा है कि जीतन राम मांझी लोकसभा में बेटे को टिकट दिलाने के लिए भाजपा की भाषा बोल रहे हैं, भाजपा को पूरे देश में जातीय गणना करानी चाहिए।