Bihar: कैमूर जिले के भगवानपुर पुलिस की एक शर्मनाक घटना सामने आई है जो मानवता को शर्मसार कर रही है, सर्पदंश से पीड़ित एक व्यक्ति इलाज के लिए गिड़गिड़ाता रहा मगर पुलिस के द्वारा पैसा वसूली के चक्कर में 2 घंटे तक पुलिस वाहन में बिठाकर घुमाया जाता रहा, पैसा वसूली के बाद सर्पदंश पीड़ित व्यक्ति को छोड़ा गया, चिकित्सा में देरी होने के कारण युवक की स्थिति बिगड़ गई और इलाज के दौरान मौत हो गई है। मृतक के परिजनों के द्वारा पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाया जा रहे हैं, परिजनों का कहना है कि पुलिस के द्वारा धन उगाही के चक्कर में सर्पदंश से पीड़ित युवक को लंबे समय तक रोक कर रखा गया जिस कारण से युवक की जान नहीं बच सकी मृतक व्यक्ति की पहचान ग्राम निबीयाटाड़ के निवासी 33 वर्षीय राम लखन बिंद पिता शिवमूरत बिंद के रूप में हुई है।
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इस मामले से संबंधित जानकारी देते हुए मृतक के बड़े भाई जोगिंदर बिंद ने बताया खेत में सिंचाई के लिए पानी लगाकर छोटा भाई रामलखन बिंद तालाब के नजदीक खाट लगा पर सोया हुआ था, रात 9 से 10 बजे के करीब एक जहरीले सर्प के द्वारा कान में डंस लिया गया जैसे ही रामलखन बिंद को एहसास हुआ कि सर्प ने डंसा है तत्काल वह अपने घर की तरफ दौड़ते हुए जाने लगा ताकि, स-समय घर पहुंच जाए और इलाज संभव हो सके मगर बीच रास्ते में ही निबीया टांड़ नहर पुल के समीप चैनपुर भगवानपुर बॉर्डर पर भगवानपुर की पुलिस खड़ी थी जो रामलखन बिंद को रोक कर पूछताछ करने लगी राम लखन बिंद के द्वारा बताया गया कि उसके कान में सर्प के द्वारा डंस लिया गया है, घर जा रहे हैं ताकि इलाज हो सके।
फिर भी पुलिस के द्वारा एक नहीं सुनी गई और जबरन गाड़ी में बिठा लिया गया और छोड़ने की एवज में 2 हजार रुपए की मांग की जाने लगी, काफी गिड़गिड़ाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुआ लगभग 2 घंटे से अधिक समय तक लोग युवक को गाड़ी में ही घूमते रहे, इसके बाद पुलिस रामलखन बिंद को लेकर राम-लखन बिंद के घर पहुंची और पैसे की मांग की मगर घर में पैसा नहीं रहने के कारण पुलिस को पैसा नहीं मिला, दोबारा पुलिस फिर निबीयाताड़ नहर पुल के समीप युवक को अपने साथ लेकर चली गई घर वालों के माध्यम से जोगिंदर बिंद को यह सूचना मिली की रामलखन को पुलिस ने पकड़ लिया है और पैसे मांग रही है तब छोड़ेगी इसके बाद बड़े भाई जोगिंदर बिंद तत्काल निबीया टांड़ पुल के समीप साइकिल से पहुंचे और किसी तरह से रात 12:00 बजे के करीब 700 रुपए देकर रामलखन बिंद को छुड़ाएं और घर लाए, जिसके बाद भभुआ अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया जहां इलाज के क्रम में सुबह के पहर युवक की मौत हो गई।
वहीं परिजनों का आरोप है कि पुलिस के द्वारा लंबे समय तक पैसे की उगाही के चक्कर में पीड़ित रामलखन बिंद को अपने साथ रखा गया जिस कारण से उसकी स्थिति खराब हो गई और मौत हो गई, इस मौत की जिम्मेदार भगवानपुर पुलिस है, परिजनों के मुताबिक इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई है।
वहीं इस घटना के बाद पुलिस के असंवेदनशील इस कार्य को लेकर लोगों के बीच कई तरह की चर्चाएं काफी तेजी से हो रही है, लोगों में आक्रोश भी है, हालांकि यह विषय जांच का है जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा की परिजनों के द्वारा लगाया जा रहे आरोपों में कितनी सच्चाई है।
वहीं जब इससे जुड़ी जानकारी लेने के लिए भगवानपुर थानाध्यक्ष के पास फोन करके जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उनके द्वारा फोन ही नहीं रिसीव किया गया, इस मामले से संबंधित जानकारी लेने पर भभुआ एसडीपीओ शिव शंकर कुमार के द्वारा बताया गया एक व्यक्ति के सर्पदंश से मौत होने की बात सामने आई है यह भी बात बताई जा रहा है कि भगवानपुर पुलिस के द्वारा युवक को पकड़ा गया था इसके बाद उसे घर तक छोड़ दिया गया पूरा मामला क्या है यह अभी स्पष्ट नहीं हो सकता है, जानकारी ली जा रही है उस आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।