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जिसमे बिहार के मुंगेर जिले के धरहरा का रहने वाला दीपक कुमार, संतोष मिश्रा और मुन्ना कुमार सहित पश्चिम बंगाल के चार लोगों को नामजद किया गया था। मामले की जांच के लिए पंजाब पुलिस के द्वारा एसआइटी का गठन किया गया था। मामले के सम्बन्ध में पंजाब के खन्ना जिला क्राइम ब्रांच के एएसआइ गुरमेल सिंह ने बताया कि धरहरा के चौहान टोला निवासी दीपक कुमार असमा एक्सपोर्ट इंडिया फैक्ट्री पंजाब में सीनियर एकाउंटेंट था। मालिक के साथ विश्वासघात कर अपने और साथियों के साथ मिलकर करीब 24 करोड़ रुपये का गबन किया था। रुपये की गबन के बाद दीपक अपनी पत्नी के साथ यूपी के मेरठ में छिपा हुआ था। 26 दिसंबर 2023 को पुलिस के द्वारा दंपती को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में दीपक ने बताया कि वह खुद पत्नी आरती देवी, मां उर्मिला देवी, भाई विजय कुमार, बादल कुमार सिंह के नाम से धरहरा डाकघर में व स्टेट बैंक आफ इंडिया में जमा कराया था। इस मामले में दीपक के भाई विजय कुमार, बादल सिंह और उर्मिला देवी का नाम सामने आने के बाद तीनोंं को कई बार नोटिस भेज कर पंजाब पुलिस के समक्ष उपस्थित होने को कहा गया, लेकिन ये लोग पंजाब पुलिस के समक्ष उपस्थित नहीं हुए। जिसके बाद रविवार की शाम ब्रह्मपुत्र मेल से पंजाब के खन्ना जिला क्राइम ब्रांच के सब इंस्पेक्टर जसविंदर सिंह, एएसआइ प्रमोद सिंह, एएसआइ गुरमेल सिंह व कांस्टेबल जगदीप सिंह कांड का अनंसुधान करने और नोटिस का तामिला कराने धरहरा पहुंचे।