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जानकारी के अनुसार विजयदशमी के दिन एकमा भूईली गांव से झंडा जुलुस निकाला था। झंडा जुलूस एकमा थाने के सामने पहुंचा तो अचानक हाथी सनक कर लोगों को दौड़ाने लगा। इस दौरान भगदड़ मच गई। वहां खड़ा ई-रिक्शा को हाथी ने पटक कर क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद एक खड़ी कार को उठा-उठा पलट कर तोड़ दिया। हाथी के विदक जाने की सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष उदय कुमार दलबल के साथ पहुंचे। इस भगदड़ में थानाध्यक्ष भी चोटिल हो गए।महावत ने हाथी को हरपुर की ले गये थे। झंडा जुलूस भुईली गांव से हाथी, घोड़े, ऊंट एवं बैंडबाजे के साथ निकला था। इसमें काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए थे। जुलूस में 5 हाथी और 5 घोड़े ऊंट आगे-आगे चल रहे थे।
जुलूस अभी कुछ दूर ही निकला था कि हाथी विदक गया। इसके बाद वह सड़क पर इधर उधर भागने लगा। यह देखते ही जुलूस में भगदड़ मच गई, लोग अपनी जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे। अगल-बगल के ग्रामीणों ने दहशत में आकर अपने-अपने घरों के दरवाजे बंद कर छतों पर चढ़ गए। हाथी पर महावत के साथ दो लोग भी सवार थे। महावत हरपुर के तरफ नहर पर गया वहां एक भूईली गांव का भैंस चरवाहा लुभावन यादव को गर्दन मरोड़ कर फेंक दिया। जिनकी छपरा ले जाने के दौरान मौत हो गयी महावत सहित दो बालक उसी हाथी पर बैठे हैं। जिनकी खोज पुलिस कर रही है। बिदका हाथी उन्हें लेकर फरार हो गया है।