Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के नगर पंचायत हाटा के गठन हुए 3 वर्ष से अधिक का समय बीत चुका है, इस दौरान नगर पंचायत के गठन के समय जिन कर्मियों की प्रतिनियुक्ति हुई थी वह 3 वर्ष बाद भी नगर पंचायत में टिके हुए हैं जिसे लेकर लोगों द्वारा कई सवाल उठाए जा रहे हैं लोगों का मानना है कि ज्यादा समय तक अधिकारी व कर्मियों के रहने से स्थानीय लोगों के साथ सांठगांठ बढ़ रही है, जिस कारण कार्य भी प्रभावित है।
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मामले में मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2021 जून माह में नगर पंचायत हाटा का गठन हुआ, जिसके बाद भभुआ कृषि विभाग में लिपिक के पद पर कार्यरत राणा प्रताप सिंह की प्रतिनियुक्ति नगर पंचायत हाटा में हुई थी, जिसके बाद 6 जुलाई 2021 की तिथि को नगर पंचायत हाटा का प्रभार ईओ दिनेश दयाल लाल को मिला, नगर पंचायत हाटा के गठन हुए 3 वर्ष से अधिक का समय बीत चुका है इस बीच कई ईओ का पदस्थापन और ट्रांसफर भी हुआ मगर लिपिक के पद पर कार्यरत राणा प्रताप सिंह का कार्यकाल 3 वर्ष से अधिक के बीत जाने के बाद भी वह नगर पंचायत में टिके हुए हैं।
जिस कारण से लोगों के द्वारा लिपिक राणा प्रताप सिंह को नगर पंचायत हाटा से विमुक्त करने की मांग उठने लगी है।
जब इससे जुड़ी जानकारी नगर पंचायत हाटा के ईओ शिवम सिंह से लिए तो उन्होंने बताया गया नगर पंचायत हाटा कि जिस समय स्थापना हुई थी, उस दौरान जिला के माध्यम से राणा प्रताप सिंह की प्रतिनियुक्ति हुई थी, उस समय से लिपिक राणा प्रताप सिंह यहां कार्यरत है, कर्मीयों की प्रतिनिधि एवं विमुक्ति का कार्य जिला से होता है, इस कारण से इस मामले में यह कुछ नहीं कर सकते हैं।