Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के चैनपुर में स्थित सीएचसी के बिल्कुल बगल में स्थित एक अवैध चिकित्सालय में प्रसव करवाने के दौरान एक प्रसूता की मौत हो गई हैं, मृतक महिला की पहचान मीरा देवी पति मुन्ना बिंद भभुआ थाना क्षेत्र के ग्राम सारंगपुर के निवासी के रूप में हुई है जो वर्तमान में अपने मायके चैनपुर थाना क्षेत्र के बिऊर पंचायत अंतर्गत ग्राम मैयरा में रह रही थी।
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घटना से जुड़ी जानकारी के मुताबिक चैनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम मैयरा की की निवासी मीरा देवी का विवाह भभुआ थाना क्षेत्र के ग्राम सारंगपुर के निवासी मुन्ना बिंद से हुई थी, गर्भावस्था के दौरान महिला मीरा देवी अपने मायके आ गई थी, शुक्रवार की रात अचानक प्रसूता का दर्द बढ़ाने के बाद परिजन चैनपुर सीएचसी में ले जा रहे थे, बताया जा रहा है, चैनपुर सीएचसी के गेट के पास से ही किसी के द्वारा प्रसुता के परिजनों को बरगलाकर एसबीआई बैंक के सामने स्थित चिकित्सालय ले जाया गया, जहां किसी नीरज कुमार नाम के व्यक्ति के द्वारा इलाज किया जाता है, वहां प्रसव के लिए ले जाया गया प्रसव के बाद महिला को अत्यधिक रक्तस्राव होने लगा सही इलाज न मिलने से और रक्त ना चढ़ाने से महिला की मौत हो गई, हालांकि नवजात सुरक्षित है इस घटना के बाद चिकित्सक मौके पर से फरार हो गए, अस्पताल में भी ताला बंद है।
वहीं इस घटना के बाद परिजन आपस में ही बहस करने लगे कि वह सरकारी अस्पताल छोड़कर निजी चिकित्सालय में इलाज क्यों करवाएं, जिसमें महिला की मौत हो गई, अगर सरकारी अस्पताल में प्रसव हुआ होता तो ब्लड वहां चढ़ाया जा सकता था, हालांकि इस घटना के बाद परिजन आपस में ही बहस बाजी करते हुए शव को घर लेकर चले गए, मामले से संबंधित अभी कहीं शिकायत नहीं की गई है।
इस मामले में जानकारी लेने पर चैनपुर सीएचसी के स्वास्थ्य प्रबंधक अजय कुमार सिंह के द्वारा बताया, चैनपुर सीएचसी अस्पताल में सभी सुविधाएं प्रसव को लेकर उपलब्ध है और सभी निशुल्क है बावजूद इधर जाकर लोग प्रसव करवाते हैं जिस कारण से जच्चा और बच्चा दोनों की जान खतरे में पड़ जाती है।
जबकि सूत्रों की माने तो चैनपुर सीएचसी के आसपास ही काफी संख्या में दलाल घूमते रहते हैं, जैसे ही कोई प्रसव करवाने के लिए प्रसूता अपने परिजनों के साथ पहुंचती है तत्काल मरीज को बरगला कर निजी चिकित्सालय में ले जाने का कार्य करते है, स्थानीय लोगों की माने तो चैनपुर सीएचसी के आसपास ही दर्जनों ऐसे अस्पताल हैं जो फर्जी तरीके से संचालित किए जा रहे हैं यहां तक की उन चिकित्सालय के बाहर किसी तरह का कोई बोर्ड भी नहीं लगा हुआ है, कुछ लोगों के द्वारा बताया जा रहा है जिस नीरज नाम के व्यक्ति के द्वारा महिला का प्रसव कराया गया है, और प्रसूता की मौत हो गई है, उस अस्पताल में लगभग एक सप्ताह पहले ही स्वास्थ्य विभाग के द्वारा छापेमारी की गई थी, मगर सभी लोग ताला बंद करके फरार हो गए थे।