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जैसे ही इस बात की प्रस्ताव उन्होंने रखा नीतीश कुमार का पारा आसमान चढ़ गया। 2 महीना पहले ही ललन सिंह को अध्यक्ष पद से हटाने की तैयारी कर ली गई थी। तभी से नीतीश कुमार ने ललन सिंह को हटाने की बात चलाने लगे। इसीलिए 29 तारीख को कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई ,और ललन सिंह को इस्तीफा देना पड़ा। उन्होंने कहा कि मैं जब महागठबंधन से हट रहा था तो मैं नीतीश कुमार को कहा था कि आप कहते हैं कि जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री बना कर गलती किया तो मैं आपको एक बात जरूर कह देना चाहता हूं कि तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाकर भारी गलती करेंगे।
मुख्यमंत्री ने इस बात को सोचकर ललन सिंह को हटाने का फैसला लिया। जदयू पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को चुना गया,और कार्यकारी अध्यक्ष विजय चौधरी होंगे उन्होंने कहा कि आने वाला समय में बिहार में भारी उलटफेर होना है। किसी भी हाल में नीतीश कुमार तेजस्वी को मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे। इसीलिए सारा तना-बना बिछाया जा रहा है। किसी समय भी नीतीश कुमार एनडीए गठबंधन में वापस आ सकते हैं राजनीतिक में कुछ भी संभव है।