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आगे उन्होंने कहा की महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा को जनता ने प्रचंड बहुमत दिया है। इससे अधिक बहुमत से बिहार में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनेगी। बिहार में हुए उपचुनाव के परिणामों ने बता दिया है कि बिहार की जनता सिर्फ और सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ है। अब लालटेन युग में जाने को नहीं तैयार है, जिसका उदाहरण बेलागंज चुनाव है। जनता अब जंगलराज के युवराज को पूरी तरह नकार चुकी है। उन्होंने कहा आजादी के बाद यह पहली और आखिरी ऐसी युगलबंदी केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की है। इसे लोग वर्षों तक विकास के लिए याद रखेंगे। सत्ताधारी दल की भूमिका में रहे, लेकिन आम जनता के बीच सत्ता विरोधी लहर क्या होती है। इस शब्द को ही इस युगलबंदी ने विलुप्त कर दिया। उन्होंने कहा कि “लक्ष्य 225 फिर से नीतीश” के साथ आम जनता के बीच जाएंगे।
केंद्रीय मंत्री ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं को मूलमंत्र दिया। कहा कि सरकार की विकासकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएं। साथ ही उन्होंने सभागार में एनडीए घटक दल के सभी जिलाध्यक्ष के साथ बैठक कर तिरहुत स्नातक उपचुनाव में प्रत्याशी अभिषेक झा की जीत तथा विधानसभा में सभी 11 सीटों पर जीत को लेकर मंथन किया। बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि जनता अब चरवाहा विद्यालय खुलवाने वाला नहीं बल्कि इंजीनियरिंग, मेडिकल तथा आइटीआइ जैसी संस्थाओं को खुलवाने वाली सरकार को पसंद करती है। बिहार सरकार के मंत्री जयंत राज कुशवाहा ने कहा कि जनता बिहार के विकास पुरुष नीतीश कुमार के काम पर सौ में सौ अंक दे रही है। अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शैलेश कुमार ने कहा कि अतिपिछड़ा समाज के हक और अधिकार का मतलब नीतीश कुमार हैं। पूर्व सांसद अश्वमेघ देवी ने कहा कि महिलाओं की आजादी और अधिकार जो बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने कल्पना की थी। उसे मुख्यमंत्री ने जमीन पर उतारा।