Homeचैनपुरक्षतिग्रस्त छलका से गुजरने में हो रही हैं दुर्घटनाएं

क्षतिग्रस्त छलका से गुजरने में हो रही हैं दुर्घटनाएं

Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के सेमरा, गोसरा, मझिगांवा, कम्हरिया, झरिया आदि गांव में जाने वाले रास्ते के बीच में पड़ने वाले पहाड़ी नदी के ऊपर बनाए गए छलका बीते 3 वर्षों से क्षतिग्रस्त है, जिस कारण आमजन जीवन काफी प्रभावित है बारिश के दिनों में छलके के ऊपर से जब नदी का पानी गुजरता है तो आना-जाना जान जोखिम में डालकर किया जाता है, वर्तमान समय में जब पहाड़ी नदी में पानी नहीं है तो छलके की स्थिति और इतनी बुरी हो गई है कि उस पर से गुजरने में बाइक चालक दुर्घटनाग्रस्त हो जा रहे हैं।

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जानकारी देते हुए ग्राम कम्हरिया के निवासी मनोज कुमार यादव एवं शंकर यादव, ग्राम सेमरा के निवासी शिव प्रकाश प्रजापति झरिया के निवासी बिंदु राम, गोविंद यादव एवं शारदा सिंह खरवार आदि ने बताया खड़गहवा छलका आधा दर्जन से अधिक गांवों को जोड़ने का जरिया है इन गांव में जाने के लिए यह मुख्य मार्ग है जो बीते 3 वर्षों से क्षतिग्रस्त है, जिसका निर्माण वन विभाग के माध्यम से किया गया था, जो क्षतिग्रस्त हो गया है जिसकी शिकायत कई बार वन विभाग के कर्मियों से की गई मगर इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, रास्ता इतना जर्जर स्थिति में है कि छलका से गुजरने में लोग दुर्घटनाग्रस्त हो जा रहे हैं, आना जाना काफी दूभर भरा कार्य हो गया है, वन विभाग के माध्यम से की जा रही लापरवाही के कारण आमजन काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं।

आपको याद दिलाते चले कि लगभग दो माह पूर्व जर्जर छलके के विषय पर कैमूर डीएफओ को चंचल प्रकाशम से बात की गई थी उस दौरान बरसात का मौसम था ग्रामीणों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही थी, डीएफओ चंचल प्रकाशम के द्वारा आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही नए छलके का निर्माण किया जाएगा, इस मामले में दुबारा फिर जानकारी लिए तो उनके द्वारा बताया गया छलका निर्माण के लिए एस्टीमेट तैयार कर भेज दिया गया है, मगर कैमूर में आचार संहिता लागू होने के कारण स्वीकृति नहीं मिली थी आचार संहिता समाप्त हो गया है उम्मीद है जल्द ही स्वीकृति मिल जाएगी इसके बाद छलके का निर्माण पूर्ण किया जाएगा।

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