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वही जब मेरे द्वारा पूछा गया की आपलोग ऐसा क्यों कर रहे हैं तो संजू सिंह एवं संत शरण सिंह छेड़छाड़ करने लगे। जब हल्ला हंगामा किया तो लाठी डंडे एवं संजू सिंह हाथ में पिस्तौल और संतशरण सिंह के हाथ में पिस्टल था। वहां से चला दिया। जब मैंने संजय कुमार को फोन कर बुलाया तो उनको भी लाठी डंडा से मारा। जिसके बाद संजय कुमार जान बचाकर किसी प्रकार वहां से भाग निकले। घटना के बाद नेमदरगंज थानाध्यक्ष राजीव कुमार को फोन कर घटना की जानकारी दी गई। इसके बाद थानाध्यक्ष के द्वारा दल बल साथ पहुंचकर घटना के बारे में विस्तृत जानकारी लिया गया। मामले से सम्बंधित जानकारी देते हुए थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि आवेदन के आलोक में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
प्रभारी प्रधानाध्यापिका के द्वारा बताया गया की अपर मुख्य सचिव के के पाठक के आदेश का हम पालन किए हैं। जिसके कारण ही मेरे साथ इस तरह की घटना घटी है। इस उत्क्रमित मध्य विद्यालय पंचगामा गांव में लगभग 70 बच्चा का नाम स्कूल नहीं आने पर हटा दिये हैं। जिसके कारण ही मेरे साथ इस तरह की घटना घटी है। उन्होंने कहा बच्चों की गार्जियन को हमने यहां तक कहा कि आप हाफी डिफीट करवा कर हमें दीजिए हम नाम फिर से रजिस्टर में चढ़ा देंगे। लेकिन वह नहीं सुने और मेरे साथ छेड़छाड़ और मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया है। मारपीट के दौरान मेरा पैर भी टूट गया है।