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दरसल उनके दिए गए पत्र में कहा गया है कि आधिकारिक तौर पर रोज सफाई की जानी है, लेकिन जब से नगर पंचायत का गठन हुआ है तब से रविवार को कभी भी सफाई नहीं हुई। पूर्व के समय में सफाई के नाम पर प्रति माह करीब 7 लाख रुपए खर्च किया गया है, जबकि पिछले 11 महीने से प्रति माह करीब 13 लाख रुपए सफाई के नाम पर खर्च किया जाता रहा है। जिस हिसाब से रविवार को सफाई न कर सफाई करने वाली एजेंसी के द्वारा अब तक लगभग 40-45 लाख रुपए का गबन किया गया है।