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जिसके बाद यूजीसी की ओर से निर्धारित मापदंडों के अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए इसकी रिपोर्ट मांगी है। एंटी रैगिंग सेल के निर्देश के बाद कालेज प्रशासन की ओर से स्थानीय थाना में प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया गया है। जिसमे बताया गया है की सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के तहत रैगिंग की किसी भी घटना में 24 घंटे के भीतर प्राथमिकी का निर्देश है। वही कालेज प्रशासन अपने स्तर से दोषियों की पहचान के लिए कार्रवाई कर रही है। घटना की जानकारी मिलने के बाद कालेज के एंटी रैगिंग टीम के सदस्यों एवं शिक्षकों ने छात्रावासों में जाकर घटना की जानकारी ली है। साथ ही शिक्षकों ने छात्रों से कहा है कि वे किसी भी परिस्थिति में रैगिंग जैसी घटना को बर्दाश्त नहीं करें।
किसी तरह की कोई परेशानी होने पर सेल को सूचित करें। उनका नाम और पहचान गोपनीय रखा जाएगा। छात्रों को मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराया गया है। वहीं छात्रावासों में शिक्षकों ने काउंसलिंग भी की है। संस्थान के सीनियर ब्रांच के लगभग 7 छात्र संदेह के घेरे मे हैं। जिन्हे शिक्षकों ने कालेज के मछली वाले गेट की तरफ स्थित पेट्रोल पंप पर पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वे निकल गए। बताया जा रहा है कि रैगिंग की घटना 25 सितंबर को भी हुई है। इसकी शिकायत जब शिक्षकों को मिली तो वे सीनियर छात्र को पकड़ने के लिए संस्थान से बाहर गए, लेकिन शिक्षकों को आता देख वे फरार हो गए। हालांकि उस इलाके के बिल्डिंग में लगे सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों की पहचान कराई जा सकती है।