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जिसके बाद कुंदन ने अस्पताल में फोन कर दूसरी एंबुलेंस मंगवाई। इसी दौरान एंबुलेंस कर्मियों एवं ग्रामीणों के बीच विवाद हो गया। जंहा मौके से चालक फरार हो गया किन्तु कुंदन को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और ईंट-पत्थरों से पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया। जिसके बाद दूसरी एंबुलेंस के साथ मौके पर पहुंची डायल 112 पुलिस ने कुंदन को सड़क किनारे मृत पड़ा पाया। पुलिस लगा की कुंदन जिंदा है, इसलिए वे उसे पहले राजगीर ले गए। जंहा डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। लेकिन एंबुलेंस कर्मियों को विश्वास नहीं हुआ और वे उसे पावापुरी ले गए। वहां भी उसे मृत बताने पर वे शव को लेकर नीमचक बथानी सरकारी अस्पताल आ गए। घटना की सूचना कुंदन के परिजनों को दी गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। नीमचक बथानी के थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने बताया कि इस मामले में 7 लोगों के खिलाफ नामजद एवं 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
वहीं घटना को लेकर एंबुलेंस कर्मी वाहन के साथ गया समाहरणालय पहुंच गए एवं समाहरणालय का घेराव कर लिया। इस दौरान अपनी मांगों को लेकर वे सड़क पर बैठ गए, जिस कारण घंटों यातायात बाधित रहा। जिसके बाद अपर पुलिस अधीक्षक पीएन साहू एवं सदर एसडीओ किसलय श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे एवं एंबुलेंस कर्मियों को समझाया बुझाया। काफी मशक्कत के बाद सड़क जाम को हटाया गया। वही सदर एसडीओ किसलय श्रीवास्तव ने बताया कि एंबुलेंस पर सवार एक टेक्नीशियन की ग्रामीणों की पिटाई से मौत की बात सामने आई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। एम्बुलेंस कर्मियों के द्वारा कई तरह की मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया है। पूरे घटनाक्रम पर हमलोग नजर बनाए हुए हैं। फिलहाल सड़क जाम को हटा दिया गया है।